लेखनी कविता -लेन-देन -रामधारी सिंह दिनकर

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लेन-देन -रामधारी सिंह दिनकर लेन-देन का हिसाब  लंबा और पुराना है।  जिनका कर्ज़ हमने खाया था, उनका बाकी हम चुकाने आये हैं।  और जिन्होंने हमारा कर्ज़ खाया था, उनसे हम अपना ...

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